Mauganj News: मऊगंज महाविद्यालय केमिस्ट्री विभाग के हेड डॉक्टर संतोष तिवारी की सड़क हादसे में मौत
मऊगंज महाविद्यालय में पदस्थ अतिथि विद्वान केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर संतोष तिवारी की सड़क हादसे में दुखद मौत

Mauganj News: मऊगंज पीएम श्री शासकीय शहीद केदारनाथ महाविद्यालय की एक आवाज जो हमेशा छात्र हित के लिए उठती थी, वह आवाज आज हमेशा के लिए खामोश हो गई, क्योंकि महाविद्यालय में पदस्थ अतिथि विद्वान केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर संतोष तिवारी की सड़क हादसे में दुखद मौत हो गई… इसके अलावा महाविद्यालय में पदस्थ बॉटनी के प्रोफेसर नारायण दत्त त्रिपाठी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं.
यह दुखद हादसा उस वक्त हुआ जब मऊगंज पीएम श्री शासकीय शहीद केदारनाथ महाविद्यालय में पदस्थ अतिथि विद्वान डॉ संतोष तिवारी अपने साथी डॉक्टर नारायण दत्त त्रिपाठी के साथ 16 सितंबर की रात स्कूटी में सवार होकर घर जा रहे थे.
जैसे ही स्कूटी रात तकरीबन 10:00 बजे रीवा शहर के समान चौराहे पर पहुंची, उसी वक्त एक तेज रफ्तार कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी, प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हादसा इतना भीषण था की कार की टक्कर के बाद डॉक्टर संतोष तिवारी तकरीबन 10 फीट तक हवा में उछलकर जमीन पर गिर गए और घटना स्थल पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई जबकि स्कूटी में बैठे डॉक्टर नारायण दत्त त्रिपाठी गंभीर रूप से घायल हो गए.
टक्कर मारने के बाद कार सवार मौके से फरार हो गया, हालांकि वहां मौजूद लोगों ने कार का नंबर नोट कर लिया, हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी,, जिसके बाद दोनों लोगों को संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने डॉक्टर संतोष तिवारी को मृत घोषित कर दिया….
जबकि डॉक्टर नारायण दत्त त्रिपाठी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं, कार के नंबर के आधार पर पुलिस वाहन सहित चालक की तलाश कर रही है.
इस हादसे के बाद आम लोगों के साथ-साथ पूरे महाविद्यालय में भी शोक की लहर है, महाविद्यालय में पदस्थ डॉक्टर संतोष तिवारी लगभग 8 वर्षों से महाविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे थे.
संतोष तिवारी ऐसे व्यक्तियों में से एक थे जो सिर्फ छात्र हित की बात किया करते थे, और छात्रों के लिए हमेशा उचित मार्गदर्शन भी देते थे, लेकिन आज संतोष तिवारी की यह आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई… मऊगंज महाविद्यालय और उसमें अध्यनरत छात्रों के लिए डॉक्टर संतोष तिवारी का अचानक से चले जाना एक ऐसी छती है जिसकी भरपाई शायद अब संभव नहीं है….






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